टेक्सटाइल डिजाइनिंग क्या है ? What is Textile Designing ?

टेक्सटाइल डिजाइनिंग क्या है ?

देखा जाय तो ये जो शब्द है  टेक्सटाइल  डिज़ाइनिंग ये  दो शब्दों से बना है, जिसमे टेक्सटाइल (Textile ) जो की एक इंग्लिश शब्द है उसका  मतलब है कपड़ा  यानि के (Fabric ) और डिज़ाइनिंग का मतलब है नक्काशी  या कारीगरी।  तो  इसका मतलब हुआ  वो नक्काशी या कारीगरी जो कपडे को और खूबसूरत बनाने के लिए की गयी हो

टेक्सटाइल डिज़ाइनिंग में 3  तरह की बेसिक डिजाइनिंग होती है 

1. प्रिंटेड डिजाइनिंग (Printed Designing)

जिस डिजाइन्स में रंगो का यूज़ करके नक्काशी बनाई जाती है उसे हम प्रिंटेड डिजाइन कहते है| डिज़ाइन प्रिंट करने के कई सारे तरीके हो सकते है जैसे कुछ तरीको में मैन्युअल सारा काम होता है| कुछ तरीको में इंसान तथा मशीनों का यूज़ किया जाता है| मैन्युअल तरीको में 

  • हैंड प्रिंट (Hand  Print) 
  • टाई एंड डाई (Tie & Dye)
  • कलमकारी (Kalamkari)
  • अजरख प्रिंट (Ajarakh )
Hand Print Left and Tie & Dye Right

Kalamkari Left and Ajarakh Right

इत्यादि शामिल है और ये तरीके भारत की एक विशेष संस्कृति की पहचान भी हैं| इन तरीको में सारा काम इंसानो द्वारा अपने हाथो से किया जाता है इसलिए इन कपड़ो से बने गारमेंट्स की कीमते भी आम गारमेंट्स की कीमतों से ज्यादा होती है| जबकी मशीनी तरीको में 
  • फ्लैटबेड प्रिंटिंग (Flat Bed) 
  • रोटरी प्रिंटिंग (Rotary)
  • सब्लिमेशन/ पेपर ट्रांसफर डिजिटल प्रिंटिंग  
  • डायरेक्ट फैब्रिक डिजिटल प्रिंटिंग 
इत्यादि शामिल है| इन तरीको में से पहले दो तरिके काफी पुराने है और आज की तारीख में जब मै ये ब्लॉग लिख रहा हूँ चलन में है| इन तरीको का उसे बड़ी बड़ी टेक्सटाइल मिल्स में किया जाता है जहा पर इनकी टेक्नोलॉजी का यूज़ करके ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्शन निकला जाता है| इन दोनो की कुछ खुबिया और कुछ कमिया भी है| अगर हम खूबियों की बात करे तो आज भी प्रोडक्टिविटी और काम कॉस्टिंग में इनका कोई मुकाबला नहीं | खामियों की बात करे तो इनकी साइज, इनको ऑपरेट करने के लिए लगने वाली मैन पावर, और आफ्टर प्रिंटिंग की प्रोसेस ये सब होती है| इनके बारे में मै मेरे आने वाले ब्लॉग में डिटेल में बात करूँगा| 
इसके आलावा जो हमारे प्रिंटिंग के आखरी दो तरीके है उनमे भी कुछ कमिया और खुबिया है| पर इस बात की फुल सम्भावना है की ये तरीके  भविष्य में फ्लैटबेड और रोटरी प्रिंटिंग को रिप्लेस करेंगे|  प्रोडक्शन स्पीड कम होना और थोड़ा कॉस्टली होना इन दो कमियों के अलावा इनमे कोई खामी नहीं है| इनके बारे में भी मै मेरे आने वाले ब्लॉग में डिटेल में बात करूँगा|   

2. बुनी हुई डिजाइनिंग  (Woven Textile Designs)

  • जेकार्ड (Jacquard)
  • इकत (Ikat) 
  • पटोला (Patola)
Jacquard, Ikat and Patola
 
जैसा की इसके नाम से ही हमको पता चल जाता हैं के ये डिसाइन्स कपडे के साथ ही बनाई जाती है| कपड़े के रेशो में अलग अलग रंगो के धागे यूज़ करके नक्काशी बनाई जाती है| ये धागे गोल्ड या सिल्वर कलर के भी हो सकते है | कांजीवरम की साड़ी, या एक बुना हुआ स्वेटर इसका उदाहारण है|  और भी कई सारी जगहों पर इसका यूज़ करके डिजाइनिंग की जाती है|   जैसे की बेडशीट, सोफा कवर, चटाई और कालीन| इसका मतलब अगर आप अपने हाथोंसे स्वेटर बुन सकते हो तो आप एक वोवन टेक्सटाइल डिज़ाइनर हो|
  

3. एम्ब्रोइडरी डिजाइनिंग (Embroidery Designing)

किसी भी प्रकार के कपडे पर अगर धागे से नक्काशी वर्क किया जाता है तो उसे हम एम्ब्रोइडरी कहते है| एम्ब्रोइडरी दो टाइप की होती है|  

  • जरदोसी एम्ब्रोइडरी  (Jardosi)
  • मशीन एम्ब्रोइडरी 
Jardosi Left & Machine Embroidery right

जरदोसी एम्ब्रोइडरी में हाथ से नक्काशी की जाती है| जरदोसी डिज़ाइन बोहोत ही भरचक होती है| ज्यादातर शादी या सेलेब्रिशन के मोके पर जरदोसी एम्ब्रोइडरी के गारमेंट्स पहने जाते है इसलिए जरदोसी एम्ब्रोइडरी के गारमेंट्स मशीन एम्ब्रोइडरी के गारमेंट्स से काफी महंगे होते है| 

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